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रैयत का नाम: |
अर्जुन सिंह |
पिता/पति का नाम: |
जय लाल़ सिंह |
निवास स्थान: |
निज ग्राम,टोले भदौन,, |
जाति : |
राजपुत
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राजस्व थाना नंबर: 257 |
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राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग
बिहार सरकार
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अधिकार अभिलेख |
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** स्तंभ 11:लगान/बेला नकदी खेतो के निस्वत शतें,कब्ज़ा लिखो(१)ठहराया हुआ मुनासिब लगान अगर कोई हो लगान अलावे शेष (२)तरीका ठहराने लगान वो शरायत अगर होले होले बढता हो (३)खास शतें शेष अगर कोई हो
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खाताधारी सं.: 1303031134000100
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2: वो ललन सिंह अंश-1 पिता/पति का नाम - द्धारिका सिंह जाति - राजपुत पता -निज ग्राम,टोले भदौन,,
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10392 | पू.- प.- उ.- रास्ता द.- प्रभु साह
| भीठ-2 | 0 | 25 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 10417 | पू.- प.- उ.- सिताराम यादव द.- धरनीधर सिह
| भीठ-2 | 0 | 12 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 10423 | पू.- प.- उ.- जगदीश सिहं द.- वदरी नाथ झा
| भीठ-2 | 0 | 85 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 10741 | पू.- प.- उ.- सत्यदेव सिहं द.- मदन सिहं
| भीठ-2 | 0 | 84 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 10756 | पू.- प.- उ.- राम लखन सिंह द.- रास्ता
| भीठ-2 | 3 | 48 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 10781 | पू.- प.- उ.- द.-
| मकान मय सहन | 0 | 24 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 10782 | पू.- प.- उ.- द.-
| मकान मय सहन | 0 | 27 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 10800 | पू.- प.- उ.- वलदेव या. द.- नुनु सिंह
| धऩहर I | 0 | 21 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 10814 | पू.- प.- उ.- रास्ता द.- अनन्त लाल
| भीठ-1 | 0 | 25 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 11068 | पू.- प.- उ.- नुनु सिंह द.- जगदीश सिह
| धऩहर I | 0 | 56 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 11114 | पू.- प.- उ.- महेन्द्र कमती द.- नाला
| धनहर II | 0 | 21 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी | | 11536 | पू.- प.- उ.- नाला द.- हरि वंश सिंह
| धऩहर I | 1 | 96 | 0 | अभ्युक्ति: लगान सामिल खाता न. 1616 बनाम राम उदय सिंह
| 53.93 | 0 | | | कायमी | | 11565 | पू.- प.- उ.- निर्भन ना. द.- कैला यादव
| धऩहर I | 0 | 51 | 0 | | 0 | 0 | | | कायमी |
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जिला :(13) दरभंगा , अंचल :(3) गौरा बौराम, मौजा :(1134) नारीभदौन, खाता नंबर :100, खाताधारी सं.: 1303031134000100
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चालू खतियान को प्रारूप के तौर पर प्रकाशित किया गया है।
इस प्रारूप में टंकण या अन्य अशुद्धियाँ हो सकती है, इसलिए वर्तमान में इसकी कानूनी मान्यता नहीं होगी और इसके आधार पर भूमि स्वामित्व संबंधी दावा स्वीकार्य नहीं होगा।
इस प्रारूप के आधार पर रैयत अपनी आपत्ति (यदि हो तो) संबंधित अंचल कार्यालयों में प्रकाशन की तिथि से 30 दिनों के अंदर दायर करेंगे, जिस पर अंचलाधिकारी द्वारा नियमानुसार यथोचित कार्रवाई करते हुए अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
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